ऊना नम्बर वन ब्यूरो
पीजीआई के बाद अब अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान बिलासपुर में भी जल्द ही पंजीकरण के लिए आभा कार्ड को जरूरी कर दिया जाएगा। इसके लिए एम्स प्रबंधन ने अपनी तैयारी भी लगभग पूरी कर ली है। अब तक जिले में मात्र 53 फीसदी लोगों ने ही इस कार्ड को बनाया है। 31 दिसंबर तक हर व्यक्ति का कार्ड बन जाए,इसके लिए उपायुक्त बिलासपुर की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया है।
इस बैठक में जिले के सभी उप मंडल अधिकारियों, सभी खंड चिकित्सा अधिकारियों, स्वास्थ्य विभाग के जुड़े अधिकारियों को वर्चुअल माध्यम से जोड़ा गया। उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि आधार कार्ड की तरह ही स्वास्थ्य विभाग हर व्यक्ति के लिए स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए आभा कार्ड बना रहा है। आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट यानि आभा कार्ड से अब मरीज़ों की मेडिकल हिस्ट्री ऑनलाइन उपलब्ध होगी। लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं लेते समय रिपोर्ट्स या पर्ची ले जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। अस्पतालों में मरीजों को उपचार करते समय डाक्टरों को यह हिस्ट्री कार्ड पर ही मिल जाएगी। इसके अतिरिक्त ऑनलाइन इलाज, टेलीमेडिसिन, निजी डॉक्टर, ई फार्मेसी और पर्सनल हेल्थ रिकॉर्ड जैसी सुविधाएं लेने में भी आसानी होगी। जिले के लोगों से अपील करते हुए कहा कि सभी जल्द से जल्द अपना आभा कार्ड अवश्य बनाएं। आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों के आभा कार्ड बनाने का काम कर रही हैं। कार्ड में आपके स्वास्थ्य से संबंधित पूरी जानकारी डिजिटल फॉर्मेट में दर्ज होती रहेगी। पूरी मेडिकल हिस्ट्री अपडेट होगी। जब आप किसी अस्पताल में इलाज कराने जाएंगे, तो आपको पुराने सभी रिकार्ड वहीं डिजिटल फॉर्मेट में मिल जाएंगे। अगर आप किसी दूसरे शहर के अस्पताल भी जाएं, तो वहां भी यूनीक कार्ड के जरिए डाटा देखा जा सकेगा। ऐसे में इससे डॉक्टर को इलाज में आसानी होगी। साथ ही कई नई रिपोट्र्स या प्रारंभिक जांच आदि में लगने वाला समय और धन खर्च बच जाएगा।
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बैठक में उपायुक्त बिलासपुर ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को सभी स्कूलों में बच्चों के आभा कार्ड बनाने के लिए जल्द से जल्द पंजीकरण करने के निर्देश दिए। अतिरिक्त महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी को भी इस संबंध में गंभीरता से काम करने के निर्देश दिए।
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खुद भी बना सकेंगे आभा कार्ड
आभा कार्ड बनाने के लिए अब लोगों को लोकमित्र केंद्र जाने की भी जरूरत नहीं है। आप खुद भी आभा कार्ड बना सकते हैं। इसके लिए आपका भारत सरकार के आभा पोर्टल पर जाना होगा। इस पोर्टल पर आप आभा कार्ड स्वयं बना सकते हैं, इसके लिए मोबाइल नंबर आधार कार्ड से लिंक होना अनिवार्य है। ऐसे में जरूरी है कि कार्ड बनाने से पहले आप अपना मोबाइल नंबर आधार कार्ड से लिंक करवाएं।
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यह हैं आभा कार्ड के लाभ
आभा कार्ड बनने से मरीज को इलाज के लिए हर जगह रिपोर्ट या पर्ची लेकर जाने की जरूरत नहीं होगी। स्वास्थ्य संबंधी सभी जानकारी इस कार्ड में उपलब्ध होगी। यह कार्ड बीमा कंपनियों से भी जुड़ा है जिससे बीमा का भी फायदा मिलेगा।ऑनलाइन इलाज, टेलीमेडिसिन, निजी डॉक्टर, ई फार्मेसी और पर्सनल हेल्थ रिकॉर्ड जैसी सुविधाएं मिल सकेगी
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