किलो बेच रहे हैं। देश में प्याज उत्पाद के प्रमुख इलाके राजस्थान तथा नासिक से माल की आमद बहुत कम हो गई है। बताया जा रहा है कि इन दो जगहों पर प्याज की फसल खत्म होने की कगार पर है। इसके चलते यहां से प्याज की आपूर्ति बहुत कम हो गई है।त्योहारी सीजन में प्याज के दाम आंखों से आंसू निकाल रहे हैं। कारण, दो सप्ताह में ही प्याज के दाम दोगुने से अधिक हो गए हैं। शनिवार को थोक मार्केट में प्याज के दाम 55-60 रुपये प्रति किलो रहे तो वहीं रिटेल में प्याज 65 से 70 रुपये प्रति किलो बिका। जबकि अक्टूबर के मध्य तक प्याज 25-30 रुपये प्रति किलो बिका। अगर दाम में बढ़ोतरी का दौर ऐसे ही रहा तो दीपावली तक प्याज के दाम 100 रुपये का आंकड़ा भी छू सकते हैं।
शहर की पॉश कालोनियों में तो अभी से ही रेहड़ी वाले प्याज 80 रुपये प्रति किलो बेच रहे हैं। देश में प्याज उत्पाद के प्रमुख इलाके राजस्थान तथा नासिक से माल की आमद बहुत कम हो गई है। बताया जा रहा है कि इन दो जगहों पर प्याज की फसल खत्म होने की कगार पर है। इसके चलते यहां से प्याज की आपूर्ति बहुत कम हो गई है। यही कारण है कि मकसूदां स्थित थोक सब्जी मंडी में जहां रोजाना 30 से 40 गाड़ियां प्याज की पहुंच रही थी, वहां पर इन 15 से 18 गाड़ियां ही पहुंच रही हैं।
दूसरी तरफ बाजार में ओनियन पेस्ट की मांग बढ़ गई है। अली मोहल्ला स्थित महाजन करियाना स्टोर के नीरज महाजन बताते हैं कि प्याज के दामों में बढ़ोतरी के चलते इन दिनों विभिन्न ब्रांडेड कंपनियों ने ओनियन पेस्ट की 100 ग्राम से लेकर आधा किलो की पैकिंग उतारी है। इसके दाम क्वालिटी के हिसाब से निर्धारित हैं। इन दिनों लोग इसकी काफी मांग कर रहे हैं।