नेपाल के राष्ट्रीय भूकंप मापन केंद्र के अधिकारियों के अनुसार, रात 11.47 बजे भूकंप आया, जिसका केंद्र जाजरकोट में जमीन के नीचे 10 किलोमीटर की गहराई में था। भूकंप का असर भारत और चीन में भी महसूस किया गया।
पश्चिमी नेपाल में भीषण भूकंप से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। नेपाली गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि जाजरकोट और रुकुम पश्चिम में अब तक 157 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है और करीब 200 लोग घायल हुए हैं। उन्होंने कहा कि भूकंप से जाजरकोट जिले में 1,800 घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जबकि रुकुम पश्चिम में 2,500 घर तबाह हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि भूकंप प्रभावित इलाकों में बेघर हुए लोगों को टेंट, कंबल और खाने-पीने के सामान की सख्त जरूरत है। उन्होंने कहा कि हमने सफलतापूर्वक बचाव कार्य किया है और अब हमें तुरंत टेंट, कंबल और खाद्य सामग्री की जरूरत है। जाजरकोट जिले के बरेकोट ग्रामीण नगर पालिका के अध्यक्ष ने कहा कि उनके क्षेत्र में भूकंप से 80 प्रतिशत घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
प्रभावित इलाकों का दौरा करने के बाद प्रधानमंत्री का बयान
नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने दिन में भूकंप प्रभावित इलाकों का दौरा किया और प्रभावित लोगों से मुलाकात की। बाद में उन्होंने कहा, भूकंप प्रभावित इलाके में काफी नुकसान हुआ है। सैकड़ों लोग घायल हैं, हजारों घर नष्ट हो गए हैं। हमारी सरकार राहत कार्य में लगी हुई है। हमने नेपाली सेना और नेपाली प्रहरी को तैनात किया है। सशस्त्र पुलिस बल को सभी घायलों को हेलीकॉप्टर के जरिए अस्पताल पहुंचाने की जिम्मेदारी दी गई है। प्रधानमंत्री दहल ने आगे कहा कि आसपास के जिलों से हेलीकॉप्टर के जरिए स्वास्थ्यकर्मियों को चिकित्सा उपकरणों के साथ प्रभावित इलाकों में भेजा जा रहा है। हमने खुद अपने हेलीकॉप्टर से घायलों को अस्पताल पहुंचाया। हमारी सरकार पूरी क्षमता के साथ अपनी जिम्मेदारी को निभा रही है। रविवार को हमने आपदा प्रबंधन समिति की बैठक के साथ-साथ कैबिनेट बैठक भी बुलाई है।
भारत ने आपातकालीन सहायता नंबर जारी किया
भारत ने नेपाल में रहने वाले भारतीय भूकंप पीड़ितों के लिए एक आपातकालीन संपर्क नंबर जारी किया है। जिन लोगों को तत्काल सहायता की जरूरत है, वे आपातकालीन संपर्क नंबर: +977-9851316807 पर संपर्क कर सकते हैं। विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी इस नंबर पर संपर्क कर भूकंप प्रभावित लोग मदद की अपील कर सकते हैं। इससे पहले, भारत के पीएम नरेंद्र मोदी ने भूकंप के कारण हुई जान-माल की हानि पर दुख व्यक्त किया।
भूकंप को लेकर काठमांडू में एक बैठक
नेपाल गृह मंत्रालय के प्रवक्ता नारायण प्रसाद भट्टाराई ने कहा कि उपप्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने देश में आए भूकंप को लेकर काठमांडू में एक बैठक की। बैठक में कुछ फैसले लिए गए। बिजली आपूर्ति और संचार व्यवस्था फिर से शुरू करने का भी फैसला किया गया। इसके अलावा, नेपाल टेलीकॉम को प्रभावित क्षेत्रों में आने वाले पांच दिनों के लिए अपनी सेवाएं मुफ्त करने का आदेश दिया गया है।