गगरेट बनेगा आर्टिफिशियल गहनों का केंद्र – सबरीना
गगरेट जागरण :- ऊना ग्राहक सुरक्षा समिति के सहयोग से नाबार्ड कि तरफ से गाँव अम्बोटा में स्वयं सहायता समूहों को शिल्पनिर्मित गहनों के प्रशिक्षण शिविर केंद्र पर औचक निरीक्षण करने डीडी एम नाबार्ड सवरीना राजवंशी गगरेट कागडा बैंक मेनैजर गुरु दयाल , पँजावर शाखा कागडा बैक मैनजर दिपक कुमार भी साथ मे उपस्थित रहे । निरीक्षण करने आई टीम ने बताया कि स्वयं सहायता समूहों के माध्यम द्वारा महिलाओं के शिल्पनिर्मित यानी बनावटी आभूषण बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है जिसमें महिलाओं द्वारा आभूषण बनाए जा रहे है और उन्हें काफी सराहा भी जा रहा है । फिलहाल महिलाएं आभूषणों को आधुनिक तरीके से बनाने के लिए जयपुर से इसका सामान ले रही है । मौजूदा समय मे आधुनिक आभूषणों के लिए जयपुर ही ऐसा स्थान है जिस जगह पर गहनों का सभी प्रकार का सामान मिलता है । ऊना ग्राहक सुरक्षा समिति के कॉर्डिनेटर एस के जैन ने इस प्रशिक्षण शिविर में करीब 35 महिलाएं प्रशिक्षण ले रही है और इन्हें दो टिचर व एक सहायक प्रशिक्षण दे रही है । टीम के साथ आए बैंक प्रबन्धको ने महिलाओं को बैंक से ऋण प्रकिया के विषय मे समझाया व उन्हें प्रदेश सरकार व केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के विषय मे विस्तार पूर्वक जानकारी दी । बैंक प्रबन्धको ने बताया कि मौजूदा समय मे स्वयं सहायता समूह के माध्यम से ऋण लेना सबसे आसान है और उसमें लम्बी कागजी प्रक्रिया भी नही है । डी डी एम नाबार्ड ने भी नावार्ड के माध्यम से चल रही सभी योजना के बारे मे बताया । सबरीना ने बताया कि नाबार्ड के माध्यम से सरकार अब सीएसआर ( यानी बड़े उद्योगों के माध्यम से छोटे उधमियों को प्रशिक्षण देना ) के माध्यम से सिखाएगी । भविष्य में गगरेट ब्लॉक को आर्टिफिसयल ज्वैलरी के रुप मे विकसित करेंगे व गगरेट को आर्टिफिशल ज्वैलरी का केंद्र बनाएंगे ।
गगरेट बनेगा आर्टिफिशियल गहनों का केंद्र – सबरीना
गगरेट 3 दिसम्बर :- ऊना ग्राहक सुरक्षा समिति के सहयोग से नाबार्ड कि तरफ से गाँव अम्बोटा में स्वयं सहायता समूहों को शिल्पनिर्मित गहनों के प्रशिक्षण शिविर केंद्र पर औचक निरीक्षण करने डीडी एम नाबार्ड सवरीना राजवंशी गगरेट कागडा बैंक मेनैजर गुरु दयाल , पँजावर शाखा कागडा बैक मैनजर दिपक कुमार भी साथ मे उपस्थित रहे । निरीक्षण करने आई टीम ने बताया कि स्वयं सहायता समूहों के माध्यम द्वारा महिलाओं के शिल्पनिर्मित यानी बनावटी आभूषण बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है जिसमें महिलाओं द्वारा आभूषण बनाए जा रहे है और उन्हें काफी सराहा भी जा रहा है । फिलहाल महिलाएं आभूषणों को आधुनिक तरीके से बनाने के लिए जयपुर से इसका सामान ले रही है । मौजूदा समय मे आधुनिक आभूषणों के लिए जयपुर ही ऐसा स्थान है जिस जगह पर गहनों का सभी प्रकार का सामान मिलता है । ऊना ग्राहक सुरक्षा समिति के कॉर्डिनेटर एस के जैन ने इस प्रशिक्षण शिविर में करीब 35 महिलाएं प्रशिक्षण ले रही है और इन्हें दो टिचर व एक सहायक प्रशिक्षण दे रही है । टीम के साथ आए बैंक प्रबन्धको ने महिलाओं को बैंक से ऋण प्रकिया के विषय मे समझाया व उन्हें प्रदेश सरकार व केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के विषय मे विस्तार पूर्वक जानकारी दी । बैंक प्रबन्धको ने बताया कि मौजूदा समय मे स्वयं सहायता समूह के माध्यम से ऋण लेना सबसे आसान है और उसमें लम्बी कागजी प्रक्रिया भी नही है । डी डी एम नाबार्ड ने भी नावार्ड के माध्यम से चल रही सभी योजना के बारे मे बताया । सबरीना ने बताया कि नाबार्ड के माध्यम से सरकार अब सीएसआर ( यानी बड़े उद्योगों के माध्यम से छोटे उधमियों को प्रशिक्षण देना ) के माध्यम से सिखाएगी । भविष्य में गगरेट ब्लॉक को आर्टिफिसयल ज्वैलरी के रुप मे विकसित करेंगे व गगरेट को आर्टिफिशल ज्वैलरी का केंद्र बनाएंगे ।