ध्यान योग से नशे की विकृति पर काबू पाना आसान-ललित मोहन
ध्यान से वास्तविक विश्राम की अनुभूति होती है।
गगरेट 13 दिसम्बर :- राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला घनारी में प्रधानाचार्य ललित मोहन की अगुवाई में ध्यानयोग कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें नशे के खिलाफ चलाये जा रहे नशा मुक्त ऊना अभियान के अंतर्गत ध्यान योग ध्यानयोग/सहजयोग प्रक्रिया करवाई,साथ ही बताया कि ध्यानयोग एक गहरी और आनंदमयी अवस्था है। ललित मोहन ने बताया कि यह एक ऐसी प्रक्रिया है जो हमें
नशे जैसी विकृतियों से बचाती है और तन और मन दोनों को मजबूत बनाती है।उन्होंने बताया कि ध्यान से वास्तविक विश्राम की अनुभूति होती है। सहज समाधि ध्यान सुुखुद क्षणों की अनुभूति करना सिखाता है और हमारा शरीर तनाव और परेशानियों से कोसो दूर हो जाता है और मन को असीम शांति का अनुभव प्राप्त होता है।शरीर में ऊर्जा बढ़ने लगती है और मन शांत रहता है।इस अवसर पर इत्यादि उपस्थित रहे। इस अवसर पर डॉ गुरदीप सिंह,,अरुणा राणा,रजनीश कुमार,चारु शर्मा,रविन्द्र सिंह,सोनिका चौधरी, बलबिंद्र सिंह,प्रवीण कुमारी,रविन्द्र गुलेरिया,सतीश के.कालिया,तरुण ठाकुर,संदीप पुष्करणा अनिल ठाकुर,अनुपमा ठाकुर,इंदु शेखर,शशिपाल,इंदिरा,सपना,खुशबू, लक्की गुलेरिया,अमरीश,राजन,कमल ठाकुर,प्रेम इत्यादि उपस्थित रहे।