राम लला की मूर्ति अयोध्या के श्री राम जन्मभूमि मंदिर में स्थित है। यह मूर्ति भगवान राम के बाल रूप में है। मूर्ति का निर्माण कर्नाटक के मूर्तिकार अरुण योगीराज ने किया है। मूर्ति 51 इंच ऊंची और 3 फीट चौड़ी है। इसका वजन लगभग 200 किलोग्राम है। मूर्ति का निर्माण कृष्ण शिला से किया गया है।
मूर्ति में भगवान राम को पांच वर्ष के बालक के रूप में दिखाया गया है। वह पितांबर रंग के वस्त्र पहने हुए हैं। उनके गले में कंठहार और अन्य सोने के आभूषण हैं। उनके मस्तक पर मुकुट है। उनके हाथ में धनुष और तीर हैं। मूर्ति के नीचे के हिस्से में मत्स्य, कूर्म, वराह, नरसिंह, वामन, परशुराम, राम, कृष्ण, बुद्ध और कल्कि अवतार बने हुए हैं।
मूर्ति के मुख पर एक मंद मुस्कान है। उनके नेत्र बहुत सुंदर और मनमोहक हैं। मूर्ति की बनावट बहुत ही सुंदर और कलात्मक है। यह मूर्ति हिन्दू धर्म के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण और पवित्र मूर्ति है।
राम लला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को हुई थी। इस अवसर पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उपस्थित थे। प्राण प्रतिष्ठा के बाद से ही राम लला की मूर्ति देश-विदेश के लाखों भक्तों के लिए आस्था का केंद्र बन गई है।
प्रभु श्री राम से प्यार करने वाले पोस्ट को शेयर जरूर करें